नीम की तरह
लज्जा है तुम्हारा घूँघट संकोच है तुम्हारा गहना मौन रह कर आता है तुम्हें प्यार भरी बातो को कहना
Read Moreलज्जा है तुम्हारा घूँघट संकोच है तुम्हारा गहना मौन रह कर आता है तुम्हें प्यार भरी बातो को कहना
Read Moreछिटकी है चांदनी अम्बर में सितारों के नूर से भरी बह रही है एक और मंदाकनी बादलों की ओट
Read Moreयहाँ दूसरों को ना लाओ भाई। पूछेगा अपने सारा लोग भाई। यह वही जगह है सवँरती थी हँसकर, वह मेरे
Read Moreएक फूल के सुखद एहसास सा है मेरा मन …….. आओ और महसूस करो इसकी भीनी खुश्बू……… मैं बिखेर दूंगी
Read More“ये जिंदगी भी मेरी अचानक मँचल गई, ये उम्र चारू चेहरें की खातिर फिसल गई, मुझको तो उसकी आँखों ने
Read Moreहर आना समेटे हैं लौटकर चले जाना मुझ तक आया ,लौट गया तुम तक आकर भी लौट जाएगा दूर हवा
Read More