व्यंग्य : बाबा के चरण
“दद्दू गजब हो गया।” घीसू भागता हुआ आया। दद्दू ने घबराते हुए पूछा, “क्या हुआ बेटा?” “दद्दू बाबा के चरणों
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Read Moreवैसे तो गुड़ और गुण दोनों की ही समाज में महत्वपूर्ण भूमिका है देखें तो दोनों ही समाज में मिठास
Read Moreगिरना प्रकृति का शाश्वत नियम है, इसलिए गिरनेवाला कहीं से भी गिर सकता है। सायकिल से, छत से, झाड़ से
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Read Moreकल रात मेरी बीवी ने मुझे बहुत मारा पिटता रहा मैं आखिर क्या करता बेचारा क्योंकि हुआ आखिर ये की
Read Moreकिसी समय में घोड़े और गधों में कोई बहुत अंतर नहीं था सिवाय रंग के! गधे सदियों ही से सफेदपोश
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