वो रूठता रहा
वो रूठता रहा बात बात पर, मैं मनाती रही, उसकी झूठी मोहब्बत में दिल बहलाती रही। वो हर बार सितम
Read Moreवो रूठता रहा बात बात पर, मैं मनाती रही, उसकी झूठी मोहब्बत में दिल बहलाती रही। वो हर बार सितम
Read Moreज़माने की हवा बदल रही हर दिन, कहाँ चले गये अब वो बहार के दिन, ख़त्म हो चला इंसानियत का
Read Moreत्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में,साहब का निर्देश था।शिक्षक बने पदाधिकारी,घर में बड़ा क्लेश था।करोना काल के निर्देशों की,खूब धज्जियां उड़ाई गई।गांव
Read Moreदो समानांतर लकीरों से सनम हम और तुम, साथ चलते हैं मगर होना मिलन सम्भव नहीं। जोड़कर तुमको घटाया ही
Read Moreन दाढ़ी बनाया हूँ, न बाल ! चाय, नाश्ता, दूध-मिठाई छोड़ दिया हूँ, ….बावजूद मित्रो की खोज-खबर लेता हूँ और
Read Moreघर पर न फ्रीज़ है, न इन्वर्टर, न एसी, न रंगीन टीवी, न मोटर साइकिल, न ही बंगला ! सही
Read Moreओ३म् भारतीय धर्म व संस्कृति विश्व की प्राचीनतम, आदिकालीन, सर्वोत्कृष्ट, ईश्वरीय ज्ञान वेद और सत्य मान्यताओं व सिद्धान्तों पर आधारित
Read Moreसच की राह पर चलने का, संकल्प लेकर, चाहा था, एक साथी। चाहा, खोजा, मनाया, प्रेम किया, अपने आपको, लुटाया।
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