भूख कब मिटेगी
भूख से पेट व्याकुल , प्यास से सूखते होंठ दो रोटी ही माँग रहे , शब्दों को तो रोक। पेट
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Read Moreविश्व पृथ्वी दिवस की स्वर्ण जयंती पर विशेष पृथ्वी दिवस – कौन है यह पृथ्वी ? हम
Read Moreपूर्वजों ने स्वतंत्र भारत दिया और हमने क्या हाल कर दिया आज ख़ुद से अब वादा कर लिया जूझने का
Read Moreमान इंसानियत का हम बढ़ा न सके। अपनी प्रकृति को भी हम बचा न सके। जीते -जीते जो दौलत कमाई
Read Moreहेलो वाणी वाह वाह रच्चण हारया …. वाह वाह रच्चण हारया तेरे रंग नियारे कुदरत रखते बन्न के क्या खूब
Read Moreगीत पुलक गात पर अरुणिम लाली , अधरों पर मधु बोल ! हँसी बिखेरे , आँगन में तू , हिंरणी
Read Moreओ३म् ऋषि दयानन्द एक सत्यान्वेषी सत्पुरुष थे। वह सच्चे ईश्वर को प्राप्त करने तथा मृत्यु पर विजय प्राप्त करने के
Read Moreअजी अदब से आज फिर लो मुस्कुराया गया। दर्द लिखा गया और लिख के गुनगुनाया गया।। समन्दर आँख का सारा,
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