कहानी-लापरवाही एक अभिशाप
अखिल और जीवेश बचपन के मित्र थे। पर आदतों में दोनों एक दूसरे के विपरीत। जीवेश बहुत ही अनुशासित और
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Read Moreसांझ ढल गई बिस्तर छोड़ बैठ गया घर की बालकनी में फुर्सत के है यह क्षण सोचा कैसे इनको बिताऊं
Read Moreकोरोना कोरोना जाओ भाग जाओ दाल तुम्हारी यहां न गलेगी भाग जाओ 1.क्यों आए हो ऐसी विपदा लेकर बोलो! अपना
Read Moreदस दिन तक देश को ‘घरबंदी’ में रहने के बाद कुछ चौंकाने वाले निष्कर्ष निकलकर आए हैं, जिन्हें जानना और
Read Moreतेरी यादें क्यों राख नहीं होती सुलगती चिंगारी बनकर दिल को तपाए रखती है ये यादें समझती क्यों नहीं वक्त
Read Moreये कोरोना का क़हर, साज़िशों की बू आये हर तरफ़ मौत का डर, आँखों में आँसू आये घर को, घर
Read Moreवैभवी मेरे बचपन की सहेली। दोनों ने साथ ही पढाई पूरी की और एक ही दफ्तर में नौकरी भी मिल
Read Moreबहारों में खिल रही उनकी मुस्कान मानो एक चांद इस जहां पर भी
Read Moreसंभव विडम्बना भी साथ है मेरे
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