आप का संताप
‘आप’ में जो कुछ हो रहा है उसमें आश्चर्य करने लायक कुछ भी नहीं है। जब नेता
Read More‘आप’ में जो कुछ हो रहा है उसमें आश्चर्य करने लायक कुछ भी नहीं है। जब नेता
Read Moreयहाँ पर यह बता दूँ कि मेरे तइया ससुर श्री सत्य नारायण जी गोयल राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अत्यन्त प्रमुख
Read Moreसपनों में रिश्ते बुनते देखा जब आँख खुली तो कुछ ना था; आँखों को हाथों से मलकर देखा कुछ ना
Read Moreकन्या कोई वस्तु नहीं जो दान मे दी जाए घर घर का मान है अपमान न की जाए शील है
Read Moreफागुन की झोली से उड़ने लगे रंग मौसम के भाल पर इन्द्रधनुष चमके गलियों और चौबारों के मुख भी दमके चूड़ी
Read Moreदिल से उठते हैं ये बुलबुले एहसासों का सैलाब लिये उड़ना चाहते हैं ये खुले आसमान पर मगर दिल के
Read Moreस्याही आंसूओं की होती है आज तेरे हर ज़ुल्म पर मेरी आंख रोती है कभी सोचा न था हमसफर
Read Moreछन्द: बचपन बीता खेल-खेल में, मस्ती में तरुणाई धन-दौलत,यश के पीछे; जीवन-भर दौड़ लगाई देख बुढ़ापा थर-थर काँपा, भूल गई
Read Moreआज आर्यकुलभूषण, क्षत्रिय कुलदीवाकर, वेदवित, वेदोक्त कर्मप्रचारक, देशरक्षक, शुर सिरताज, रघुकुलभानु, दशरथात्मज, महाराजाधिराज
Read More