वेदों के मर्मज्ञ डा. फतह सिंह
वेदों के मर्मज्ञ डा. फतह सिंह का जन्म ग्राम भदंेग कंजा (पीलीभीत, उ.प्र.) में आषाढ़ पूर्णिमा 13 जुलाई, 1913 को
Read Moreवेदों के मर्मज्ञ डा. फतह सिंह का जन्म ग्राम भदंेग कंजा (पीलीभीत, उ.प्र.) में आषाढ़ पूर्णिमा 13 जुलाई, 1913 को
Read Moreसुप्रीम कोर्ट द्वारा समलैगिंकता को धारा 377 के अंतर्गत अपराध करार दिया गया था। यह मामला फिर से कोर्ट में
Read Moreउन्होंने कबीरदास जी से ही जीवन में प्रेरणा पाई और वे ही उनके आदर्श रहे हैं।आज भी वे उनके भक्त
Read Moreउनसे बड़ी ही उम्मीदें लगाई गई हैं।शायद यह सोचा गया हो कि कमल को कमल ही टक्कर दे सकता है
Read More“यह भी कोई बात है कि पत्नी जली हुई रोटी खाने को दे तो पति उसे अपशब्द कहे और तलाक-तलाक-तलाक
Read Moreकभी दिग्विजय तो कभी मणि अय्यार हूं, कभी नबी आजाद तो कभी थूक थू थूरार हूं। हिंदू पाकिस्तान बनेगा भारत
Read More