कहानी – होली आई रे…
होली का त्यौहार नजदीक था। घर में मेहमानों की चहल-पहल बढ़ रही थी। कल ही बनारस से सुधा की ननद
Read Moreहोली का त्यौहार नजदीक था। घर में मेहमानों की चहल-पहल बढ़ रही थी। कल ही बनारस से सुधा की ननद
Read Moreनिखिल बबिता और उनका बेटा अक्षय (12 वर्षीय) छोटा-सा खुशहाल परिवार था। निखिल की छोटी सी दुकान थी। निखिल की आमदनी
Read Moreगाँव के टोले टोले से ढोलक की थाप और फगुआ के बोल से होली के आगमन की आहट हो रही
Read Moreप्रेम की पुनरावृति नहीं हो सकती ,उसे पुनर्जीवित नहीं किया जा सकता है, मन की वीणा केवल एक ही बार
Read Moreकितने अजीब होंगे वे लोग जो प्यार जैसी फालतू बातों में पडकर अपनी जिंदगी बर्बाद कर लेते हैं ।अरे जिंदगी
Read Moreज़िन्दगी गुजर ही जाती है पर अभी रश्मि को समझ नहीं आ रहा था कि जीवन का ये अंधेरा कैसे
Read Moreअलीपुर गांव में बिस्सू नामक एक किसान रहता था। उसके पास बारह सौ बीघा जमीन थी। जिस पर खेती करके वह अपने
Read Moreकुछ दिन पहले मेरे पतिदेव ने कैटरैक्ट का ऑपरेशन करवाया था. हमें ऑपरेशन करवाने दिल्ली से नोएडा जाना था. कार
Read More