टूट रहे है मानवता से, पल पल मानवता के नाते
टूट रहे है मानवता से, पल पल मानवता के नाते। जीवन पल पल बीत रहा है, आँसू पीते और मुस्काते॥
Read Moreटूट रहे है मानवता से, पल पल मानवता के नाते। जीवन पल पल बीत रहा है, आँसू पीते और मुस्काते॥
Read Moreबेशबब मुस्कुराना हो तो मोहब्बत करलो, दुनिया को भुलाना हो तो मोहब्बत करलो मगर याद रहे इश्क में दर्द भी
Read Moreतुम्हारे आने की उम्मीद है, जो हम जी रहे हैं हर पल ज़हर सा लगता है, जो हम पी रहे
Read Moreकुछ करने की सोचो यार खुद से करके देखो प्यार तुम्ही खुद को तड़पाते तुम्ही खुद के हो हैवान समझकर
Read Moreयह भारत की धरती है, यह सिंह सवारी करती है एक हाथ रख तिरंगा, यह खड्ग भी धारण करती है
Read Moreक्या किया किसने किया यह क्यूँ किया, कुछ तो बता घर जला उसे सह लिया पर क्यूँ जला कुछ तो
Read Moreजब आँगन में मेघ निरंतर झर-झर बरस रहे हों ऐसे में दो विकल हृदय मिलने को तरस रहे हों जब
Read Moreभला क्या हासिल ? साफ़ कर लो भले तुम घर ‘ गली ‘ मोहल्ल्ले को जब तलक साफ़ ना हो
Read Moreफिर आया नववर्ष भूल जाओ जो बीता. धूल झाड़ के ख्वाबों को बाहों में भर लो. हरे-भरे बागानों को राहों
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