रिश्तें भी पकते है मेरी रसोई में
रिश्ते भी पकते है मेरी रसोई में। कुछ खटास में कुछ मिठास मिलाती है रसोंई भी। जब साथ बैठ हम
Read Moreरिश्ते भी पकते है मेरी रसोई में। कुछ खटास में कुछ मिठास मिलाती है रसोंई भी। जब साथ बैठ हम
Read Moreजब कभी मन में व्यथा हो आँसूओं का संग जुदा हो बात मन की कह सको ना तब मुझे तुम
Read Moreरैन भई, चमके तारे, नभ पर, जैसे कि दीप जले और , सुधाकर ने, बिखेर दी, स्निग्ध अमिय अवनि के
Read Moreकुहरा करता है मनमानी।जाड़े पर आ गयी जवानी।।—नभ में धुआँ-धुआँ सा छाया,शीतलता ने असर दिखाया,काँप रही है थर-थर काया,हीटर-गीजर शुरू
Read Moreजिनसे घर की शान है, जो घर की पहचान है करो कभी ना उन्हें उपेक्षित, उनसे घर का मान है
Read Moreमाना कि आपके दिल के घाव बड़़े गहरे हैं। मगर इन्हें नासूर मत बनाइए, औरों को मत दिखाइए, दुनिया में
Read Moreहाँ ये सच है कि मैं दिव्यांग हूँ, शरीर से थोड़ा लाचार हूँ। पर आप भी देखो मैं कैसे भी
Read Moreचलो मेरे साथ चलो सपनों के पीछे भागते हैं सपनों के पीछे भागना कोई लालची होना नहीं होता है सपनों
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