जाना है मुझको, मैं चला जाऊँगा
जाना है मुझको, मैं चला जाऊँगा चाहो ना चाहो, पर याद आऊँगा। जब-जब गुँजेगी आवाज़ तेरी, जब नाम तेरा लिया
Read Moreजाना है मुझको, मैं चला जाऊँगा चाहो ना चाहो, पर याद आऊँगा। जब-जब गुँजेगी आवाज़ तेरी, जब नाम तेरा लिया
Read Moreराही हूँ मैं, चलना मेरा काम चलते जाना, है मेरा अन्जाम। राही हूँ मैं, चलना मेरा काम॥ दौड़ लगाना, फिर
Read Moreअन्ना जी ने लोकपाल पर, जब बिगुल बजाया था, संत पुरुष के समर्थन हेतु, जन सैलाब लहराया था। नहीं लालसा
Read Moreआज आँचल पर्वतों का मानो जैसे खिल गया है जंगलों को नया यौवन स्वतः जैसे मिल गया है पुष्प
Read Moreजब तुम जा रही थीं, मुझसे दूर। अपलक देख रही थी, मुझे दूर से। मेरी आँखें देख रही थी, तुझे
Read Moreजब से मिला हु तुमसेे जगी है दिल में एक आस जाने कब होगा फिर मिलना मैं क्यों न हूँ
Read More( घनाक्षरी छंद ) गायें कोयलिया तोता मैना बतकही करें , कोपलें लजाईं, कली कली शरमा रही | झूमें नव
Read Moreकविता तुम्हारे सुने दिलों में संगीत भरती है। स्त्री भी तुम्हारे उबे हुए दिलो को बहलाती है। पुरुष जब सूखी
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