खुशखबरी
दिन-रात मेहनत करने के बाद किसान घर आता है बिंदास उल्टी गंगा बहाव के साथ मस्ती के आलम में प्रतिबद्धता
Read Moreत्योहारों का मौसम आया सबकी व्यस्तता बढ़ाया, अभी करवा चौथ बीता है, अब धनतेरस,जमघंट के बाद दीवाली की तैयारी है,
Read Moreजीवन एक अनुभव… एक बुलबुला, ओस की बूंद, एक बादल, जीवन की सच्चाई है… जीवन एक अनुभव है… एक हँसता-मुस्कुराता
Read Moreबैठी हूँ तरू तल में अपनी क्लान्तियों को लिए हुए, देख रही हूँ चंचल मन तितलियों को लिए हुए,। झूम
Read Moreकौन यहाँ आता है , कौन मुँह छिपाता है । कौन आकर पल दो पल पास बैठ जाता है। सुनता
Read Moreभावना अनाहत है, क्यों फिर आहत है ? यह नहीं मुसीबत है । आदत की कठिनाइयों में विवाद कायम नहीं
Read Moreगरज के साथ विवेक भी महीन है रोक मुद्रा के विकार से चीत्कार खूब-खूब उत्तर में अभिष्टि कहीं है बेअसर
Read Moreलोग कहते हैं मैं बेवफा हूँ ! आफत हूँ ! विशाल दौलत के मद्देनजर अभीष्ट फल की प्रतीक्षा में ज्ञानशील
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