बाल कविता – लोमड़ी करती मोलभाव
चली लोमड़ी बन-ठन बाज़ार। लाऊँ झोला भरकर शाक।। आलू कैसे दिया है भाई। दाम सुन थोड़ी हिचकाई।। बोली मैं टिण्डा
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Read Moreपांच अगस्त को अयोध्या में प्रभू श्रीराम मंदिर का भूमि पूजन हो रहा है। गांव की एक राम भक्तन ने
Read Moreश्री राम का मंदिर बनेगा हृदय में अभिमान जगेगा दिशाएं उद्घोषों से गुंजायेगी ध्वनि जयश्रीराम की आयेंगी सदियों का वनवास
Read Moreअटल सरकार ने जेपी को और मोदी सरकार ने नानाजी देशमुख को ‘भारत रत्न’ से अलंकृत किये, दोनों को मरणोपरांत
Read Moreमरने के बाद कृतित्व ही ‘अमर’ रहते हैं। साहित्यकार और वैज्ञानिक अपने कृतित्व के कारण ही अमर हैं । अपने
Read More1. हृदयग्राह्यता बीड़ी जलईले, जिगर से पिया; जिगर में बड़ी आग है ! ऐसे जिगरवाले सभी जिगरी मित्रो को ‘मित्रता
Read Moreबाबा नगरिया दूर है, जाना जरूर है…. पर इसबार 2020 में…. गंगा किनारे के वासी और शिवालय के समक्ष अबतक
Read Moreराष्ट्रकवि मैथिलीशरण यानी साकेत, यशोधरा, जयद्रथ वध, भारत-भारती के कवि मैथिलीशरण गुप्त देश के दो राष्ट्रकवि में एक थे। ध्यातव्य
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