ग़ज़ल
तक़दीर में केवल खुशियां कब आती हैं सच्चे प्यार में परेशानियां सब आती हैं छुपा ना रहे जब राज़ कोई
Read Moreमाँ मुझे आज बताओ, वो चार लोग कहाँ है?? जिनके लिए तुम , बचपन से कहती आई । बाहर
Read Moreमैं अपने सपनों से खुद ही हार गया। तेज चलने का हुनर.मुझे खुद ही मार गया।। दौड़ता रहा सुबह से
Read Moreगर जानना है मुझको करीब आ जाओ पहचानना है मुझको करीब आ जाओ, दुआ सलाम से फितरत नहीं जानी जाती
Read Moreजो शिव-शंकर को भाती है बेल वही तो कहलाती है तापमान जब बढ़ता जाता पारा ऊपर चढ़ता जाता अनल भास्कर
Read Moreभारत के जनतंत्र की,गूंज रही जयकार। एक बार फिर से हुआ,मोदी का सिंगार ।। वह सच्चा सरदार है, जननायक,सरताज ।
Read Moreये जीत नहीं कुछ लोगों की यह भारत की जीत है। कुकर्मों के कुठाराघात पर निष्काम कर्म की जीत है।
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