एक लाचार औरत
आंखों में भरी आंसू को रोक ली लज्जा में डूबी वह अपने मुख को तोप ली चल पड़ी उठा कर
Read Moreआंखों में भरी आंसू को रोक ली लज्जा में डूबी वह अपने मुख को तोप ली चल पड़ी उठा कर
Read Moreआंखों में आंसू और हर जगह उजाला से छाया जब वो नन्हा सा बालक इस दुनिया में आया दिन भर
Read Moreनारी का करो सम्मान, नारी होती सबसे महान। नारी भारत देश की शान, नारी करती सबका सम्मान। नारी भारत की
Read Moreउलझनों के बीच भी मुस्कुराती हैं। अपने दर्द को दो घड़ी भूल जाती है। जिंदगी हर त्यौहार को , हर
Read Moreटाइम नहीं है (कविता) आज जब बैठा मैं लिखने अपने विचार, लिखना तो बहुत था पर लाइनें लिखीं दो-चार, ऐसा क्यों
Read Moreभारत की जनता को अपना इतिहास पढ़ाया नहीं गया सम्राट अशोक औ चंद्र गुप्त थे कौन बताया नहीं गया बस
Read More