आल्हा छंद में – देश की बेटी की कहानी
सुमिरन करके जगदंबा को ,नारायण के चरण मनाय लिखूँ लड़ाई प्रियंका की, पंचो सुनिये ध्यान लगाय एक लाडली बेटी देश
Read Moreसुमिरन करके जगदंबा को ,नारायण के चरण मनाय लिखूँ लड़ाई प्रियंका की, पंचो सुनिये ध्यान लगाय एक लाडली बेटी देश
Read Moreमछली सी हो गयी हो तुम , बाहर निकलो तो मर जाओगी । भेड़िये से बैठे है दरिंदे , इनसे
Read Moreबदअमनी का हर तरफ,लगा हुआ अम्बार। घोड़े अपने बेच कर , सोता चौकी दार। समझाये कोई मुझे , मँहगाई का
Read Moreतुम मिले तो खिल गया है प्राण ये जीवन झूमता है नाचता है मोरनी सा मन आज मानस सर भरा
Read Moreमाना तुम सही हो पर में गलत तो नहीं यारा कोई बात नहीं तुम्हारे महफिल से रुस्वा हूँ ये सही
Read Moreकहाँ था तब, कहाँ हूँ अब न सवाल सीधा न जवाब सीधा शुरू करूँ कहाँ से विराम लगाऊं कहाँ समय
Read Moreसबने जिसको छोड़ा उसको क्या अपनाकर ग़लती की. मैंने फ़र्ज़ निभाया तो क्या फ़र्ज़ निभाकर ग़लती की. सोचा था इक
Read More(30 नवंबर जन्मदिवस पर विशेष रूप से प्रकाशित) बच्चू सिंह भरतपुर रियासत के राजकुमार थे। भरतपुर के महाराजा किशन सिंह
Read Moreमनुष्य जीवन में अनुशासन का बहुत महत्व है। इससे ही चहुंओर प्रगति और प्रतिष्ठा का मुकाम हासिल किया जा सकता
Read More