कहीं भारतीय किशोरों और युवाओं का चारित्रिक पतन ही तो अभीष्ट नहीं है
मैंने “कंजूस मक्खीचूस” फिल्म देखी, वृद्ध और युवा स्त्री पात्रों तथा अन्यों द्वारा छोटे बच्चों की उपस्थिति में अभद्र वार्तालाप
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Read Moreप्रत्येक वस्तु के स्वयं का अपना एक अलग ही महत्त्व होता है। लेकिन उसका महत्त्व प्रायः स्थाई एवं उत्तम नहीं
Read Moreवर्ष 2017 में उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की सरकार आने के बाद कानून व्यवस्था को पटरी पर लाने के
Read Moreसमीक्ष्य कृति: कर्त्तव्य-बोध ( कहानी संग्रह)लेखक: चितरंजन भारतीप्रकाशक: सृजनलोक प्रकाशन, नई दिल्ली-62प्रकाशन वर्ष: 2023मूल्य: ₹200/ पेपरबैककर्त्तव्य-बोध: संवेदनाओं को जाग्रत करती
Read Moreवैश्विक स्तरपर दिव्यांगजनों को विकलांगता शब्द के रूप में जाना जाता है।अधिकांश विकसित देशों में विकलांगता को मानव जीवन का
Read Moreसही तो है हम तन से अलग हममें भी भाव और जज़्बात आम इंसानों की तरह ही समाए हैं ।
Read Moreमानव का सबसे बड़ा शत्रु कौन ? इसका मेरे चिन्तन से उतर होगा की मैं मानव का सबसे बड़ा शत्रु
Read Moreकहा जाता है कि जीवन जीने के लिए जीवन को जीवंत बनाए रखना अत्यंत आवश्यक होता है क्योंकि नीरस जीवन
Read Moreसमीक्ष्य कृति: पूर्वोत्तर का दर्द ( कहानी संग्रह)लेखक : चितरंजन लाल भारतीप्रकाशक: यशराज पब्लिकेशन, पटना-04मूल्य: ₹ 400/ सजिल्दपूर्वोत्तर का दर्द:
Read Moreवृद्ध व्यक्तियों से हमारा तात्पर्य 65 वर्ष या अधिक उम्र के ऐसे लोगों से है, जिनकी पाचनशक्ति बहुत निर्बल हो
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