~औरत की कीमत ~
आदमियत क्यों हर बार भारी पड़ जाती है औरत क्यों हर बार दबी-कुचली बनी रह जाती है| औरत क्यों ताकतवर
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Read Moreमहात्मा ज्योतिराव गोविन्दराव फूले (जन्मः 11-4-1827 व मृत्युः 28-11-1890) एक आन्दोलनकारी, चिन्तक, समाज सुधारक व लेखक थे। उन्होंने अपनी पत्नी
Read Moreसतयुग त्रेता मे इक रावण, कलियुग में रावण गली-गली, बदल-बदल के भेष रोज, सीता को हरते गली गली ||१|| रंग
Read Moreमुझे ऐसा लगा आपका चेहरा उदास है कहाँ खोये रहती हैं लगाईं क्या आश हैं जब मैं चला अपने आशियाना
Read Moreहमारे एक लेख “महर्षि दयानन्द और आर्यसमाज की राष्ट्र को सामाजिक देन” पर वयोवृद्ध मानव उन्नति के हितैशी श्री गुरमेल
Read Moreसबसे पहले मैं यह स्पष्ट कर देना चाहता हूँ कि मुझे कानून और संविधान की ख़ास जानकारी नहीं है, जो
Read Moreखोलो मन के द्वार बंद क्यों? संवादों के तार बंद क्यों? अहंकार की खुली मुट्ठियाँ प्रेम-पुष्प उपहार बंद क्यों? क्या
Read Moreचोरी-घोटालों में होते हैं बड़े निडर ऐसे महान होते हैं भारत के लीडर आजाद देश के नेता हैं उनकी नहीं
Read Moreअब जरा लखनऊ के अपने मकान की बात कर ली जाये। मैं लिख चुका हूँ कि सन् 1986 में मैंने
Read Moreहुस्न और इश्क़ की जोड़ी सदा सलामत रहे दोनों एक दूसरे की करते सदा इबादत रहे ये जिस्म तो सिर्फ
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