पुण्य की नगरी पाप का बोलबाला…….
पार्क में टहलते हुये अचानक से मेरा पैर मुड़ गया और मै जोर से चिल्लाया आह! कि तभी किसी ने
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Read Moreइन्तजार जिन्दगी के बाद का कल जिन्दगी से अचानक मुलाकात हो गयी। उसने पूछा, किसे ढूढते हो मानस ? मुझे
Read Moreमनुष्य एक सामाजिक प्राणी है। समाजशास्त्र की इस मान्य अवधारणा के अनेकोनेक विश्लेषण किए गए। सबसे पहले हमको समाज में
Read Moreसृष्टि का एक तू ही स्वामी है। बात भोले तेरी ही निराली है। सत्य ही शिव है और सुंदर भी।
Read Moreहर इंसान मौत से डरता है फिर भी न जाने क्यूँ — ज़िंदगी में जीते जी कई बार मरता है,
Read Moreसलमा के अब्बू सलमा के लिए इंतजार कर रहे थे क्योंकि उसके कानों में थोड़ी सी कहीं से भनक लगी
Read Moreये कमाल क्या है? कमाल क्यों होता है? कमाल कब होता है? कुछ पता नहीं, पर हो जाता है. चलिए
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