पतझर के बाद बहारों का, मौसम आता है आएगा…
बगिया में ठूठ हुई शाखों, को देख निराश न हो माली। पतझर के बाद बहारों का, मौसम आता है आएगा।।
Read Moreबगिया में ठूठ हुई शाखों, को देख निराश न हो माली। पतझर के बाद बहारों का, मौसम आता है आएगा।।
Read Moreमैं तो हूं केवल अक्षर तुम चाहो शब्दकोश बना दो लगता वीराना मुझको अब तो ये सारा शहर याद तू
Read Moreमिला कोय तो जीवन बदला,नेह-मेघ घिर आये हैं । फूलों में खुशबू फिर लौटी,नव संदेशे आये हैं ।। मन गाता
Read Moreअल्फाज़ ख्वाहिशों के हैं ये; आरज़ू के साज़, एहसास गुनगुना रहे नग़्मे ; जो सुर्ख़ आज। सोचा था रखें दिल
Read Moreभारत माता सिसक रही हैं,तुम सब की नादानी पर, तुम जमीर को बेच दिए, केवल बिजली व पानी पर ।।
Read Moreक्यों गंगा को मैली करते, इस पर करना हमें विचार । नीर प्रदूषित करते जो भी, वही दोष में भागीदार
Read Moreतुम हो तो हम हैं, बिन तुम कहाँ होंगे। जाओगे तुम जहाँ , हम भी वहाँ होंगे। तुम बिन यह
Read Moreइक सावन पलकों में बादल भर लाया था गाओ फिर गीत वही जो उस दिन गाया था !! भावुक मन
Read Moreसीप के घर ठिकाना चाहती हूँ आज कुछ गुनगुना रहा है दिल आज मैं गीत गाना चाहती हूँ। धड़कने सुर
Read Moreजीवन में अँधियारा, लेकिन सपनों में उजियाला है। आभासी दुनिया में होता, मन कितना मतवाला है।। — चहक-महक होती बसन्त
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