ग़ज़ल
नाश करने पाप को पावक उबलना चाहिए देश प्रेमी का धड़कता दिल मचलना चाहिए | नाश भ्रष्टाचार का होना जरूरी
Read Moreकामना है यही न हमें मंज़िल की तिश्नगी थी, न तलाश हमें तो राह के कांटों से ही राहत मिल
Read Moreवो पहले मिलन की हमको हर बात याद है हम तुम कहां मिले जगह दिन रात याद है। भूले नहीं
Read Moreआसमां हमको हासिल हुआ ना कभी ना ही कदमों तले अब जमी रह गई। जाने क्या बात थी कह ना
Read Moreसच बतलाना तुम सागर तुमसे मेरा क्या नाता है। पास देख कर तुम्हें मगर प्रेम उमड़ घुमड़ आता है। समझा
Read Moreकभी तपिश, कभी बारिशें,और कभी मौसम सर्द । ऋतुएँ बदलें, जीवन वही, पग पग मिलता दर्द ।। व्यथित मन में
Read Moreडूब गयी सूरज की आभा, तम का फिर अधिकार हुआमोदी का तप और परिश्रम, नोटा से बेकार हुआ देशभक्त का
Read Moreआओ मिलकर करें हम सब अपने पूर्वजों का अभिनंदन बीज मिटटी में जो बो गए हैं करें मिलकर उनका हमसब
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