मुझे कंधा कौन देगा
एक सुखी परिवार की परिभाषा जैसी होती है, वैसा ही था सपना और अशोक का परिवार। सुख-सुविधा और धन-दौलत की
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Read Moreसरला की फेसबुक आईडी (कहानी) डिनर के बाद सरला प्रतिदिन की तरह ही गर्म पानी से बर्तन साफ करने के
Read Moreरोहिणी कॉलेज से लौटी तो देखा आज सभी बहुत व्यस्त दिखाई दे रहे थे। घर को बड़े करीने से सजाया
Read More‘तो आपने शादी नहीं की, मतलब गैर शादीशुदा हो ?’ मेरे सवाल पे वो तनिक करीब आते हुए बोली ‘हाँ
Read Moreअन्न के दाने चैत्र – महीने की शुक्लपक्ष सप्तमी के दिन सूरज की किरणें जैसे ही आकाश में फैलीं, तो
Read Moreनेहा जल्दी-जल्दी तैयार होने लगी। साड़ी ठीक करते हुए माथे पर मैचिंग बिंदी लगाई, खुद को आईने में दाएं-बाएं देखकर
Read Moreशिवानी ड्यूटी पर जाने से पहले अच्छी तरह अपने हाथों एवं पैरों को ढंक ली । चेहरे पर मास्क लगा
Read Moreगाड़ी जैसे ही प्लेटफोर्म पर रुकी, विचारों के जाल में उलझे मनोज ने तेज़ी से अपना बैग उठाकर कंधे पर
Read Moreकागज….. स्त्रीबिम्ब….. न-न-न ! कैनवास…. पुंबिम्ब….. न-न-न !! लेकिन यहाँ अंतर फ़ख़्त देह का नहीं, विचारों का भी है !
Read Moreरात के दस बज गए थे। दिसंबर की ठंडी रात पहाड़ों में लोग इतनी देर तक नहीं जागते खासकर गांवों
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