हास्य कविता
राजनेताओं की मौज चल पड़ी है, बात छोटी हो या फिर बहुत बड़ी है। ट्विटर ने सब आसान कर दिया
Read Moreराजनेताओं की मौज चल पड़ी है, बात छोटी हो या फिर बहुत बड़ी है। ट्विटर ने सब आसान कर दिया
Read Moreअखिल विश्व को मौत बांट कर खुश है दुष्ट वुहान, आज हमने देखा। मानवता की चिता जलाते मिले कई शैतान,
Read Moreतुम थे अनजान मुझसे मैं था तुमसे अनजान दोनों ही थे अजनबी मैं कौन देश तुम कौन देश से एक
Read Moreअब इसे क्या कहें? कालाबाजारी या फिर मर चुकी इंसानियत या फिर विडंबना, कुछ भी कहें पर अत्यंत दुःखद है।
Read More(शहीदी दिवस 14 जून पर विशेष) जून का महीना गर्मी थी कहर की। तपती थी ध्ूप सिर पर दोपहर की।
Read Moreकितने मर गए कितने और मर रहे हैं जैसा जो लिखा है वैसा ही भर रहे हैं जाने का समय
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