मुक्तक
उसके दिल की हस्ती क्या है जिसके दिल में प्यार नहीं । सागर क्या सागर होता है जिसमें है मझधार
Read More1-मनुआं में है गहन अंधेरा मंदिर में हैं मनमीत पोथी पढ़ पढ़ जग मुआ मिला न अगम अतीत मिले न
Read More???????? एक सूरज तुम हथेली आज धर लो साथियो छोड़ के अपना पराया कर बसर लो साथियो आपसी मतभेद
Read More1-कितनी सुहानी ईद यह, चहु ओर ही गुलजार है प्रकृति दुल्हन मुस्कराई, मेघों का यह इकरार है सूरज भी कुछ
Read More1-जो करते वायदे झूठे सदा बदनाम होते जो उसे ही पूजती दुनिया कि आसाराम होते जो गुनाहों के देवों को
Read More1-सुरा अरु सुंदरी का यह अजब कैसा चलन देखो नहीं कुछ सोच पाते हैं यह कैसा है व्यसन देखो थिरकतीं
Read Moreनभ में बादल छा गये, मौसम हुआ खराब। इतना भी मत बरसियो, मुरझा जाये गुलाब।। — जल्दी-जल्दी जगत में, अब
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