ग़ज़ल
क्या हाथों में हाथ न दोगे? जीने के जज़्बात न दोगे? मात अगर अबकी भी खा लूँ , आगे से
Read Moreयह अमावस तो दीपावली की रात है श्री राम जी का आगमन होगा लक्ष्मी गणेश जी की पूजा होगी हर
Read Moreछोटी देवरानी ने ‘भाभी जी, दिवाली मुबारक हो’ कहते हुए घर में प्रवेश किया और दिये जलाती हुई जाह्नवी की
Read Moreमैं माटी का दीप, स्नेह से सिक्त होकर, रुई की बाती का सहारा लेकर, जलूं निरंतर जग को रोशन
Read Moreधन तेरस अर्थात धन्वन्तरि त्रयोदशी को दीपावली के दो दिन पहले मनाया जाता है। जैसा कि नाम से ज्ञात होता
Read Moreवे हिन्दी के बड़े लेखक हैं। कम से कम स्वयं को ऐसा ही मानते हैं। उन्होंने हिन्दी साहित्य की बड़ी
Read Moreभारत के जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया के वरीष्ठ वैज्ञानिकों द्वारा पिछले ढाई साल के ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम (जीपीएस) की मदद
Read Moreदिवाली दीपों का त्योहार दिवाली दीपों का त्योहार, आओ मिल-जुल करके मनाएं, खुशियां पाएं अपार- 1.दीप जलाएं प्रेम के हम-तुम
Read Moreनेताजी फिर आ गये ले के वादे हज़ार। इतने उत्साही है,लगता है कर देंगे बेड़ा पार।। चुनावो में करते है
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